Cremaffin Syrup Uses in Hindi – आज के इस लेख में हम आप लोगों को क्रेमाफिन सिरप ( Cremaffin Syrup in Hindi ) के बारे में बताने वाले हैं. हम क्रेमाफिन सिरप के बारे में विस्तृत जानकारी देने का प्रयास करेंगे. इसमें हम आप लोगों को क्रेमाफिन सिरप क्या होता है? इसका उपयोग कब किया जाता है एवं इस सिरप के क्या-क्या फायदे है? इसके अलावा, हम क्रेमाफिन सिरप के उन सभी पहलुओं के बारे में बात करेंगे जो आपके लिए जानना बहुत जरूरी है. तो चलिए जानते हैं…
क्रेमाफिन सिरप Abbott India Pvt Limited कंपनी द्वारा बनाया गया मेडिसिन है. क्रेमाफिन दवा में मुख्य रूप से दो दवाओ लिक्विड पैराफिन (Liquid Paraffin) और मिल्क ऑफ़ मैग्नेशिया के मिश्रण से बनाया गया है जो पेट से संबंधित बीमारियों के उपचार में काम आता है. यह दवा आमतौर पर कब्ज को दूर करने के लिए किया जाता है. यह हमारे शरीर के मल को नरम करके मल को बाहर निकालने में काफी मदद करता है तथा पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाता है.
क्रेमाफिन सिरप का उपयोग निम्नलिखित बीमारियों, स्थितियों और लक्षणों को दूर करने में किया जाता है…
क्रेमाफिन सिरप की उचित खुराक मरीज की उम्र, लिंग और उसके स्वास्थ्य संबंधी पिछली समस्याओं पर निर्भर करती है. आपको बता दें कि किसी भी दवा के सेवन से पहले उस दवा के खुराक के बारें में अच्छी तरह से परिचित होना चाहिए. क्रेमाफिन सिरप को किसी भी टाइम लिया का सकता है. परन्तु रात में सोने से पूर्व इस दवा को लेना सबसे उपयुक्त है. क्रेमाफिन सिरप के खुराक की बात करें तो ये आमतौर पर बड़ा व्यक्ति 18 साल से उम्र के अधिक व्यक्ति इस दवा को 7ml से लेकर 15ml तक ले सकता है. इसके साथ ही बच्चे 5 ml से लेकर 10ml तक इस दवा को ले सकते है. इस दवा की उचित खुराक के लिए अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लें.
क्रेमाफिन सिरप के इस्तेमाल से होने वाले साइड इफेक्ट्स कुछ इस प्रकार हैं…
अब हम लोग क्रेमाफिन सिरप कैसे काम करती है, इसके बारे में जानते हैं. आपको बता दें कि क्रैमफीन को मौखिक रूप से लिए जाने पर यह मल में जा कर मल को नरम बनाता है. पैराफिन ऑस्मोसिस की प्रक्रिया बढ़ाता है और मल में अधिक तरल पैदा करता है. इससे मल नरम बनता है. यह कोलन के भीतर तंत्रिका तंतुओं को भी सक्रिय करता है और कब्ज़ के कारण होने वाले दर्द को कम करता है.
नोट- यह पोस्ट सिर्फ जानकारी के लिए लिखा गया है. इसमें बताएं किसी भी सवा और सिरप का इस्तेमाल से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लें.
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