सफेद दाग की होम्योपैथिक दवा

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सफेद दाग की होम्योपैथिक दवा – आज के समय में कई लोग सफ़ेद दाग की समस्या से पीड़ित हैं. सफ़ेद दाग नामक रोग त्वचा से सम्बंधित रोग है. यह रोग, त्वचा के रंग के लिए जिम्मेदार मेलेनिन नामक वर्णक की अलग – अलग मात्राओं में उपस्थिति की वजह से होता है. इस रोग से विश्व की लगभग २% जनसंख्या प्रभावित है, जबकि भारतियों एवं मेक्सिकन देशों में इस रोग से लगभग 8 फीसदी लोग प्रभावित हैं.

हालाँकि सफ़ेद रोग से मनुष्य को शारीरिक रूप से कोई परेशानी नहीं होती है. इसलिए इस रोग का चिकित्सकीय महत्व बहुत ही कम है तथा सामाजिक महत्व ज्यादा है. अगर किसी को सफ़ेद दाग की बीमारी  हो जाती है तो समाज में उसके लिए कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है. यह बीमारी लड़कियों के लिए समाज में बहुत ही कठिनाई पैदा करता है.

इसलिए जो लड़कियां सफ़ेद दाग की समस्या से पीड़ित हैं वो इससे छुटकारा पाना चाहते हैं. सफ़ेद दाग से छुटकारा पानें के कई उपाय आजमाते हैं. इतना ही नहीं वे सफ़ेद दाग का अचूक इलाज भी करवाते हैं. आज के इस पोस्ट में आप लोगों को सफेद दाग की होम्योपैथिक दवा और उसके इलाज के बारे में बताने वाले हैं. तो चलिए जानते हैं…

सफेद दाग की होम्योपैथिक दवा

सफेद दाग की होम्योपैथिक दवा

  1. अर्सेनिकम सुल्फ़ फ्लैव

होम्योपैथी में सफ़ेद दाग के इलाज में अर्सेनिकम सुल्फ फ्लैव दवाएं दी जाती है. यह दवा आमतौर पर 3x शक्ति में दी जाती है. यदि सुधार मंद हो गया है 30 शक्तियों और अगर यह पूरी तरह विफल रहता है 200 potency का साप्ताहिक इलाज किया जाता है.

  • बोरैक्स

सफ़ेद दाग के लिए बोरेक्स होम्योपैथिक दवाएं कारगर होती है. दवा लाल पैच के साथ सफेद त्वचा के लिए इस्तेमाल की जाती है.

  • बूची तेल

सफ़ेद दाग के उपचार में होम्योपैथी तेल भी कारगर होती है. लुडर्मोल यानी ऑयल बूची, सफेद स्पॉट या दाग (ल्यूकोडर्मा) के लिए उपयोगी होम्योपैथिक दवा है. यह जिन्जेली तेल में आधारित है और प्रभावित अंग में 2-3 बार एक दिन में लगाने की सलाह दी जाती है.

  • गिंको बिलोबा

टोरंटो यूनिवर्सिटी में किये गये अध्ययन के मुताबिक सफ़ेद दाग यानी विटिलिगो के उपचार में गिंको बिलोबा दवाएं काफी कारगर साबित हुई है. यह एक जानी मानी होम्योपैथी दवा जिसे विटिलिगो के उपचार में इस्तेमाल किया जा सकता है.

होम्योपैथी में भी सफेद दाग का अच्छा इलाज होने का दावा किया जाता है, लेकिन इलाज में अमूमन 2 से 3 साल तक का समय लगता है. शुरुआती 6 महीने में जितना असर नजर आता है, उसके अनुसार इलाज के वक्त का अंदाजा लगाया जाता है. होम्योपैथी में सफ़ेद दाग के इलाज में दी जाने वाली अन्य दवाएं अल्युमिना, सीपिया, साइलिशिया, सल्फर, मर्क्युरियास, एसिडफास आदि हैं.

नोट – यह पोस्ट मात्र जानकारी हेतू लिखा गया है. इसमें बताये गये दवाओं के प्रमाणिकता की गारंटी नहीं है.