पतंजलि पीरियड्स मेडिसिन | अनियमित मासिक चक्र के लिए पतंजली दवा

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पतंजलि पीरियड्स मेडिसिन – कई महिलाओं में अनियमित मासिक चक्र यानी पीरियड्स की समस्या इन दिनों आम हो गई है. लड़कियों में मासिक धर्म एक सामान्य प्रक्रिया है जो 13 से 14 वर्ष की उम्र में शुरू हो जाती है. एक सामान्य मासिक धर्म चक्र 21 से 35 दिनों के भीतर होता है. अगर पीरियड्स 21 दिन से पहले या 35 दिनों के बाद होते हैं, तो इसे अनियमित मासिक चक्र कहा जाता है. महिलाओं को 1 वर्ष में 11 से 13 मासिक धर्म चक्र से गुजरना चाहिए, जो एक सामान्य प्रक्रिया है.

पतंजलि पीरियड्स मेडिसिन | अनियमित मासिक चक्र के लिए पतंजली दवा

मासिक धर्म अनियमित होने से महिलाओं को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. खासतौर पर प्रजनन से जुड़ी परेशानी होने की आशंका ज्यादा होती है. ऐसे में अनियमित मासिक धर्म का इलाज कराना जरूरी है. जिन महिलाओं को मासिक धर्म की समस्या होती है, वे ओलिगोमेनोरिया जैसी बीमारियों से पीड़ित होने की संभावना होती हैं.

अनियमित पीरियड्स की समस्या के इलाज के लिए आयुर्वेदिक उपचार एक बेहतर विकल्प है. आज के इस पोस्ट में पतंजलि पीरियड्स मेडिसिन की बात करने वाले हैं. पतंजलि में कई ऐसी आयुर्वेदिक औषधि है जो अनियमित पीरियड्स का इलाज करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. उससे पहले यहाँ अनियमित पीरियड्स के कारण और लक्षण के बारे में जानते हैं.

अनियमित पीरियड्स होने के कारण

अनियमित मासिक धर्म चक्र के लिए कई कारण जिम्मेदार हैं. इन कारणों में सामान्य कारण निम्नलिखित है…

  • हार्मोनल असंतुलन
  • कोई लंबी बीमारी
  • गर्भनिरोध दवाओं का सेवन
  • तनाव और चिंता
  • पीसीओएस
  • धुम्रपान और शराब का सेवन

अनियमित पीरियड्स के लक्षण

जब मासिक धर्म चक्र महिलाओं में अनियमित हो जाते हैं तो इनके लक्षण दिखाई देते हैं. इन लक्षणों में मुख्य ये हैं…

  • पीरियड नियमित अवधि ( 21 से 35 दिन ) में नहीं होती.
  • गर्भाशय में अत्यधिक दर्द
  • पेट के निचले हिस्से में दर्द
  • हाथ और पैर में दर्द
  • अत्यधिक थकान
  • कब्ज और दस्त की शिकायत

अनियमित मासिक चक्र के लिए पतंजलि पीरियड्स मेडिसिन

  • पतंजलि अशोकारिष्ट

पतंजलि अशोकारिष्ट महिलाओं के लिए बनाई गई एक महत्वपूर्ण औषधि है. स्त्रियों के रोगों जैसे प्रजनन प्रणाली में सूजन और गर्भाशय संबंधी विकार आदि ठीक करने के लिए दी जाती है. पतंजलि अशोकारिष्ट पीरियड के दौरान लेने की सलाह दी जाती है. यह उन महिलाओं के लिए भी फ़ायदेमंद है जिन्हें पेट में ज्यादा दर्द होती है. अगर आपको भी पीरियड के दौरान बहुत ज्यादा दर्द होती है तब अशोकारिष्ट लेने से निजात पाई जा सकती है. यह सिर दर्द, कमर, दर्द और मतली में भी फ़ायदेमंद मानी जाती है. अनियमित पीरियड को ठीक करता है.

  • पतंजलि शतावर चूर्ण

शतावरी चूर्ण महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता हैं. इसके इस्तेमाल से महिलाओं की विभिन्न समस्याओं का समाधान हो सकता हैं. आयुर्वेद में भी इसे महिलाओं के लिए एक दिव्य औषिधि माना गया हैं. महिलाओं की मासिक धर्म से संबंधित समस्याओं के लिए शतावरी का सेवन फायदेमंद होता हैं. इसके सेवन से पीरियड्स में होने वाले दर्द में भी आराम मिलता हैं. ब्रेस्ट साइज बढ़ाने में शतावरी चूर्ण का इस्तेमाल बेहद फायदेमंद माना जाता हैं. यह शरीर के अविकसित अंगों को विकसित करने का काम करता हैं.

  • भूतकेशी

अनियमित मासिक धर्म की परेशानी को दूर करने के लिए भूतकेशी का भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इसे आयुर्वेदिक दवा के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. अगर आपका मासिक धर्म अनियमित है, तो आयुर्वेदाचार्य की सलाह पर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. भूतकेशी आपको कई रूपों जैसे- तेल, चूर्ण और काढ़े के रूप में मिल सकता है.

नोट – तो आज के इस पोस्ट में हम लोगों ने पतंजलि पीरियड्स मेडिसिन के बारे में जाना. यह लाख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है. यह कोई चिकत्सा सलाह नहीं है. इसमें बताये किसी भी औषधि का सेवन डॉक्टर के परामर्श के बिना न करें.